2023 Cryptocurrency in india in Hindi
क्रिप्टोकरेंसी की पिछले कुछ वर्षों में काफी लोकप्रियता बढ़ी है। उनकी बढ़ती लोकप्रियता और बढ़ते उपयोग के मामलों के साथ, वैश्विक अर्थव्यवस्था पर उनके प्रभाव को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। वर्तमान के आंकड़ों के अनुसार भारत, दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया है, इस बाजार में भारत की भागीदारी प्रमुख हैं। इस लेख में, हम भारत में क्रिप्टोक्यूरेंसी और इसके आसपास के नियामक ढांचे पर करीब से नज़र डालेंगे।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी [cryptocurrency in india]
Bitcoin, Ethereum ,Litecoin और dogecoin जैसी cryptocurrency पिछले कुछ वर्षों से भारत में काफी लोकप्रियता हासिल कर रही है। वास्तव में, भारत ji क्रिप्टोक्यूरेंसी स्टार्टअप और इसमें रुचि रखने वाले लोगों के लिए एक केंद्र बन गया है। WazirX, CoinDCX, और zebpay सहित कई एक्सचेंजों ने भारत में व्यवसाय स्थापित की है। इन एक्सचेंजों ने लोगों के लिए भारत में क्रिप्टोकरेंसी खरीदना और बेचना आसान बना दिया है।
भारत में cryptocurrencies की इतनी लोकप्रियता हासिल करने के पहला कारणों में से एक उच्च रिटर्न की उनकी क्षमता है। जिससे बहुत से लोग क्रिप्टोकरंसीज को एक आकर्षक निवेश अवसर के रूप में देखते हैं, और उन्होंने उनका व्यापार करके महत्वपूर्ण लाभ कमाया है।
नियामक ढांचा [regulatory framework]
भारत में क्रिप्टोकरेंसी की बढ़ती लोकप्रियता के बावजूद, उनके आसपास का नियामक ढांचा अनिश्चित रहा है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने शुरू में 2018 में मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य अवैध गतिविधियों का हवाला देते हुए बैंकों को क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंजों से निपटने पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस प्रतिबंध को मार्च 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने पलट दिया था, जिसमें कहा गया था कि RBI ने अपने दावे का समर्थन करने के लिए कोई सबूत नहीं दिया था कि क्रिप्टोकरेंसी वित्तीय प्रणाली के लिए खतरा थी।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद, भारत में Cryptocurrency बाजार में अप्रत्याशित वृद्धि देखी गई है। हालाँकि, भारत में Cryptocurrency के आसपास का नियामक ढांचा अभी भी स्पष्ट नहीं है। कई एक्सचेंजों और निवेशकों को अनिश्चितता की स्थिति में छोड़ते हुए, सरकार ने अभी तक क्रिप्टोकरेंसी को विनियमित करने वाला कोई कानून पारित नहीं किया है।
स्पष्ट नियमों की कमी के कारण Cryptocurrency बाजार में घोटालों और धोखाधड़ी गतिविधियों में भी वृद्धि हुई है। जून 2021 में, भारतीय पुलिस ने एक क्रिप्टोकरंसी घोटाले के सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया था।जिसने निवेशकों से 14 मिलियन डॉलर से अधिक की धोखाधड़ी की थी। ऐसी घटनाओं ने निवेशकों की सुरक्षा के लिए विनियमों की आवश्यकता के बारे में चिंताएँ बढ़ा दी हैं।
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर भारत सरकार का नजरिया !
भारत सरकार ने संकेत दिया है कि वह क्रिप्टोकरेंसी के लिए एक नियामक ढांचे पर काम कर रही है। मार्च 2021 में, वित्त मंत्री ने घोषणा की कि संसद में क्रिप्टोकरेंसी विनियमन पर एक विधेयक पेश किया जाएगा। प्रस्तावित विधेयक सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने और एक सरकारी क्रिप्टोकरेंसी केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC) के लिए एक रूपरेखा तैयार करना है।
निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रस्तावित प्रतिबंध ने भारत में क्रिप्टोकरंसी के प्रति उत्साही लोगों के बीच चिंता पैदा कर दी है। बहुत से लोग मानते हैं कि प्रतिबंध क्रिप्टोकरेंसी बाजार में नवाचार और निवेश को रोक देगा। हालांकि, प्रतिबंध के समर्थकों का तर्क है कि अवैध गतिविधियों को रोकने और निवेशकों की सुरक्षा के लिए यह आवश्यक है।
निष्कर्ष
क्रिप्टोकरेंसी वैश्विक अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है, और भारत कोई अपवाद नहीं है। भारत में क्रिप्टोकरेंसी की बढ़ती लोकप्रियता ने देश में कई एक्सचेंज और स्टार्टअप की स्थापना की है। हालांकि, स्पष्ट नियमों की कमी के कारण बाजार में धोखाधड़ी तथा गैरकानूनी गतिविधियों में वृद्धि हुई है।
भारत में Cryptocurrency विनियमन पर प्रस्तावित विधेयक निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने और CBDC के लिए एक रूपरेखा तैयार करने का प्रयास सरकार कर रही है। हालांकि सरकार की इस कदम से Cryptocurrency के प्रति उत्साही लोगों के बीच चिंता पैदा कर दी है।यह याद रखना आवश्यक है कि निवेशकों की सुरक्षा और अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए नियम आवश्यक हैं। यह देखा जाना बाकी है कि भारत में क्रिप्टोकरंसीज के लिए नियामक ढांचा कैसे विकसित होगा।
Question and answer
1)भारत में क्रिप्टोकरंसी कैसे खरीदें?
2)भारत में क्रिप्टोकरंसी क्या कानूनी है?
भारतीय रिज़र्व बैंक (Reserve Bank of India) ने वर्चुअल करंसी के लिए कुछ निर्देश जारी किए हैं। वर्ष 2018 में, रिज़र्व बैंक ने बैंकों, निवेश फंडों और अन्य वित्तीय संस्थाओं को क्रिप्टोकरंसी के साथ कारोबार करने से रोक दिया था। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2020 में रिज़र्व बैंक के इस निर्देश को रद्द कर दिया था।भारत के अनुसार, क्रिप्टोकरंसी वित्तीय संपदा या मुद्रा नहीं है। यह भारतीय धंधे कानून अधिनियम, 1956 के तहत नहीं आता है।भारत में क्रिप्टोकरंसी के संबंध में कुछ कानूनी मुद्दे हैं। इसके बावजूद, क्रिप्टोकरंसी की नई रूपों को लेकर भारत सरकार ने अभी तक कोई ठोस विनियम तैयार नहीं किया हैं।
3)भारत में क्रिप्टोकरेंसी ऐप कौन-कौन सी ?
वैसे तो क्रिप्टोकरेंसी की खरीद बिक्री हेतु बहुत से एप्लीकेशन भारत में काम कर रही हैं जिनके माध्यम से किसी भी क्रिप्टोकरंसी को खरीद व बेच सकते हैं भारत में कुछ प्रमुख एक्सचेंज हैं जैसे WazirX, CoinDCX, ConiSwitch और zebpay जिनके माध्यम से हम Cryptocurrency को खरीद एवं बेच सकते हैं। इनके अलावा भी बहुत से एक्सचेंज है जिस पर क्रिप्टोकरंसी की ट्रेडिंग कर सकते हैं।
उम्मीद करता हूं आप लोगों को मेरी यह लेख अच्छी लगी होगी। इसी प्रकार की और रोचक ज्ञानवर्धक जानकारी पाने के लिए हमें फॉलो करें जिससे कि कोई भी लेख सबसे पहले आपको मिले ।
Post a Comment